SIS Security History in Hindi |

SIS Security History in Hindi | SIS सिक्योरिटी का इतिहास

भारत में सिक्योरिटी और सुरक्षा सेवाओं की बात आती है, तो SIS (Security and Intelligence Services) का नाम सबसे पहले लिया जाता है। यह भारत की सबसे बड़ी सिक्योरिटी कंपनियों में से एक है, जो देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी अपनी सेवाएँ प्रदान करती है। आज लाखों लोग SIS में सिक्योरिटी गार्ड, सुपरवाइजर, ऑफिसर, ट्रेनर, और मैनेजर के रूप में कार्यरत हैं।

लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि SIS Security की शुरुआत कब और कैसे हुई? इस कंपनी का इतिहास क्या है, और यह कैसे भारत की सबसे भरोसेमंद सिक्योरिटी कंपनियों में शामिल हो गई?

आइए आज हम SIS Security History in Hindi में इस कंपनी के इतिहास और विकास को विस्तार से समझते हैं।

 

SIS Security क्या है?

SIS Security History in Hindi के अलावा SIS एक भारतीय सिक्योरिटी सर्विस, कैश मैनेजमेंट, और फैसिलिटी मैनेजमेंट कंपनी है। यह निजी और सरकारी संस्थानों को सुरक्षा सेवाएँ प्रदान करती है, जैसे:

  • सिक्योरिटी गार्ड की तैनाती
  • ATM और Cash Management सेवा
  • हॉस्पिटल, ऑफिस, मॉल, बैंक, स्कूल आदि में सुरक्षा
  • फायर सेफ्टी और डिजास्टर मैनेजमेंट ट्रेनिंग
  • CCTV मॉनिटरिंग और सिक्योरिटी सिस्टम इंस्टॉलेशन

 

SIS Security की स्थापना कब हुई?

SIS सिक्योरिटी की स्थापना 1985 में श्री रविंद्र किशोर सिन्हा द्वारा की गई थी। उस समय भारत में प्राइवेट सिक्योरिटी की व्यवस्था आज जैसी विकसित नहीं थी।

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सरकारी सुरक्षा और पुलिस व्यवस्था पर ही निर्भर रहना पड़ता था। ऐसे समय में आरके सिन्हा ने प्राइवेट सिक्योरिटी सर्विस की आवश्यकता को समझा और पटना (बिहार) से इसकी शुरुआत की।

SIS की स्थापना वर्ष 1985 में संस्थापक श्री Ravindra Kishore Sinha जी ने पटना, बिहार में की थी।

 

SIS Security की शुरुआत कैसे हुई?

जानें SIS Group की शुरुआत कैसे हुई SIS Security History in Hindi –

1960 के दशक में भारत में निजी सुरक्षा सेवाएँ लगभग नहीं थीं। कंपनियाँ और उद्योग बढ़ रहे थे, लेकिन उनकी सुरक्षा के लिए कोई मजबूत व्यवस्था मौजूद नहीं थी। इसी समस्या को देखते हुए रविन्द्र किशोर सिन्हा ने बहुत ही छोटे लेवल पर कुछ युवाओं को प्रशिक्षित करके सुरक्षा सेवाएँ शुरू कीं।

शुरुआत में SIS के पास बहुत कम कर्मचारी थे, सीमित संसाधन थे और सीमित ग्राहक भी थे। लेकिन अनुशासन, ईमानदारी और भरोसे के कारण SIS ने कुछ ही वर्षों में लोगों का विश्वास जीत लिया।

 

धीरे-धीरे कैसे बढ़ी SIS Security?

जानें ग्रोथ कैसे हुई SIS Security History in Hindi –

1. प्रशिक्षण (Training System)

SIS ने Security Guard के लिए देश में पहली बार संगठित ट्रेनिंग शुरू की। इससे गार्ड्स अधिक प्रोफेशनल और अनुशासित बने।

2. सरकारी और निजी संस्थानों में मांग बढ़ी

समय के साथ बैंक, फैक्ट्री, मॉल, हॉस्पिटल, और रेलवे जैसी जगहों पर सुरक्षा की जरूरत बढ़ी, और SIS की डिमांड तेजी से बढ़ने लगी।

3. तकनीक का उपयोग

SIS ने सुरक्षा के साथ-साथ टेक्नोलॉजी का उपयोग किया, जैसे: CCTV Surveillance, Alarm System, Monitoring Rooms, Digital Training इससे यह एक स्मार्ट सिक्योरिटी कंपनी बन गई।

 

SIS Group आज कहाँ-कहाँ काम करता है?

आज SIS सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि कई देशों में अपनी सेवाएं दे रहा है।

SIS Group इन देशों में काम करता है जैसे : भारत में सुरक्षा व कैश मैनेजमेंट, ऑस्ट्रेलिया में सिक्योरिटी और टेक सर्विस, न्यूज़ीलैंड में गार्डिंग और फैसिलिटी मैनेजमेंट, सिंगापुर में सिक्योरिटी समाधान का काम करता है।

 

SIS Group की मुख्य सेवाएँ :

  1. सिक्योरिटी गार्ड सर्विस जैसे सरकारी व निजी संस्थानों में गार्ड तैनात करना होता है।
  2. ATM & Cash Management अर्थात् कैश उठाव, जमा, ATM संचालन, कैश वैन इत्यादि।
  3. Facility Management के अंतर्गत हाउसकीपिंग, सफाई, बिल्डिंग मेंटेनेंस किया जाता है।
  4. इलेक्ट्रॉनिक सिक्योरिटी के अंतर्गत CCTV, एंटी-थेफ्ट सिस्टम, अलार्म सिस्टम का काम किया जाता है।
  5. फायर सेफ्टी ट्रेनिंग जैसे आग बुझाने और सुरक्षा उपायों की ट्रेनिंग की जाती है।

 

SIS Security में नौकरी (Career in SIS Security)

आज के समय में SIS कंपनी लाखों युवाओं को रोजगार दे रही है। जैसे पोस्ट का नाम: Security Guard, Supervisor, Training Officer, Security Officer, Cash Van Staff, Housekeeping Manager इत्यादि।

 

योग्यता (Qualification):

न्यूनतम 8वीं / 10वीं पास।

आयु सीमा: 18 से 45 वर्ष।

 

Salary:

इसमें Salary 10,000 से 30,000+ (स्थान अनुसार) मिलती है।

 

SIS Security का वर्तमान आकार

  1. कुल कर्मचारी: 2,50,000+ से अधिक
  2. ग्राहक: बैंकों, सरकारी दफ्तरों, निजी कंपनियों, हॉस्पिटल, मॉल, ATM
  3. वार्षिक राजस्व: हजारों करोड़ रुपए

 

SIS क्यों विशेष है?

  • अनुशासन और ईमानदारी
  • टेक्नोलॉजी आधारित सुरक्षा
  • कड़े प्रशिक्षण प्रणाली
  • भरोसेमंद कर्मचारी
  • भारत और विदेश में सेवाएँ

 

निष्कर्ष : SIS Security History in Hindi

SIS Security ने बहुत छोटे स्तर से शुरुआत की, लेकिन अनुशासन, ईमानदारी और भरोसे की वजह से आज यह भारत की सबसे बड़ी सिक्योरिटी कंपनी बन गई है।

आज भी यह देश के सुरक्षा क्षेत्र में अपना योगदान दे रही है और लाखों युवाओं को रोजगार प्रदान कर रही है।

अगर आप SIS में नौकरी करना चाहते हैं, तो यह आपके करियर के लिए एक अच्छा और स्थिर विकल्प हो सकता है।

 

FAQs: SIS Security History in Hindi

Q1. SIS Security की स्थापना कब हुई?

वर्ष 1985 में।

Q2. SIS कंपनी का संस्थापक कौन है?

Ravindra Kishore Sinha

Q3. SIS कंपनी कहाँ की है?

यह कंपनी भारत (पटना, बिहार) से शुरू हुई थी।

Q4. SIS में नौकरी कैसे मिलती है?

लोकल SIS ऑफिस, भर्ती मेले या कंपनी के रिक्रूटर के माध्यम से।

Q5. SIS की नौकरी सुरक्षित और स्थिर है?

हाँ, यह एक बड़ी और भरोसेमंद कंपनी है।

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